कहा जाता है कि एक फोटो हजार शब्दों को एक साथ कह देती है। यही कारण है कि कम्युनिकेशन के विभिन्न माध्यमों में विजुअल्स को सबसे प्रभावी माना जाता है। यदि आप कल्पनाशील हैं और किसी घटना के महत्व को तुरंत समझते हैं, तो आपके लिए फोटो जर्नलिज्म का कोर्स करना बेहतर हो सकता है। फोटोग्राफी संचार का ऐसा माध्यम है, जिसमें भाषा की आवश्यकता नहीं होती है। तस्वीरों के माध्यम से ही घटना का वर्णन हो जाता है। इसका प्रभाव भी सबसे ज्यादा होता है। यही कारण है कि मीडिया में फोटो जर्नलिज्म की उपयोगिता दिनों दिन बढती जा रही है और आगे भी बढती रहेगी। फोटो जर्नलिस्ट का काम चुनौतीपूर्ण होता है। इसमें फील्ड वर्क ज्यादा होता है। आपको कई दिन एसाइनमेंट के लिए दूसरे शहरों में भी जाना पडता है। शुरू में आपको थोडी परेशानियों का अनुभव होगा। यह भी संभव है कि शुरू में आप अपनी अपेक्षाओं के मुताबिक सैलरी प्राप्त न कर सकें,
लेकिन कुछ दिनों के बाद आप बेहतर वेतन के साथ संतुष्टि भी प्राप्त कर सकते हैं।
बेहतर फोटोग्राफर बनने के लिए कोर्स करना जरूरी है?
आज से कुछ वर्ष पहले तक कोर्स करना जरूरी नहीं समझा जाता था, लेकिन अब इस क्षेत्र में आने के लिए इससे संबंधित कोर्स करना जरूरी हो गया है। कोर्स के दौरान फोटोग्राफी के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया जाता है और प्रैक्टिकल के माध्यम से अच्छे फोटोग्राफर बनने का गुण सिखाया जाता है। यदि आप रेगुलर प्रैक्टिस करते हैं, तो आप भी रघु राय और आदर्श आनंद की तरह बन सकते हैं।
कोर्सेज व योग्यता
एक फोटो जर्नलिस्ट के तौर पर काम करने के लिए कोई कोर्स करना या औपचारिक रूप से ट्रेनिंग लेना फायदेमंद होता है। कुछ संस्थान फोटो जर्नलिज्म में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कराते हैं या मास मीडिया के अंतर्गत फोटो जर्नलिज्म से संबंधित विषय पढाते हैं। मुख्यत: यह कोर्स जर्नलिज्म व मास कम्युनिकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत कराया जाता है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री आवश्यक है। ज्यादातर संस्थान स्टूडेंट्स का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर ही करते हैं। अगर आप चाहें, तो किसी प्रोफेशनल फोटो जर्नलिस्ट से ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
आवश्यक गुण
इसमें सफल होने के लिए जरूरी है कि आपकी नजर अन्य लोगों से पारखी हो तथा कल्पनाशक्ति मजबूत हो। इसके अलावा कठिन परिस्थितियों में भी हमेशा बेहतर करने की कला हो।
कार्य
कोई विशेष घटना, प्राकृतिक आपदा, युद्ध, ग्लैमर न्यूज, कठिन से कठिन परिस्थितियों में घटनास्थल की पूरी कहानी अपने कैमरे में कैद कर लाखों करोडों लोगों तक तस्वीरों को पहुंचाना ही फोटो जर्नलिस्ट का कार्य है।
रोजगार के अवसर
फोटो की भूमिका प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों में आवश्यक है। कुशल व प्रशिक्षित फोटो जर्नलिस्ट की पहले से ही जरूरत है और आगे भी बनी रहेगी। इस कारण इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। फोटो जर्नलिस्ट लोकल व राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों, चैनलों, मैगजीन्स आदि में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
सैलरी पैकेज
समाचार पत्रों, चैनलों, पत्रिकाओं आदि में जो लोग फोटो जर्नलिस्ट का काम करना चाहते हैं, उनका वेतन पद और संस्थान के आधार पर तय होते हैं। इन संस्थानों में आप फ्री लांसर के तौर पर भी कार्य कर सकते हैं। फ्री लांसिंग के काम में आमदनी की कोई सीमा नहीं होती।
कहां से करें कोर्स
2 ऐजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
http://ajkmcrc.org
आईआईएमसी, नई दिल्ली
www.iimc.nic.in
जागरण इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड मास कम्युनिकेशन, नोएडा
www.jimmc.in
इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ मास मीडिया, नई दिल्ली
www.iimmdelhi.com
एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म ऐंड टीवी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
www.aaft.com
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी, गोरखपुर, उत्तरप्रदेश
www.ddugu.edu.in
पंडित रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी, रायपुर, छत्तीसगढ
www.prsu.ac.in
लाइट ऐंड लाइफ एकेडमी, ओटी, तमिलनाडु
www.llacademy.org
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मीडिया स्टडीज, गांधीनगर, अहमदाबाद
www.nifms.com
स्कूल ऑफ ब्रॉडकॉस्टिंग ऐंड कम्युनिकेशन, अंधेरी, मुंबई।